राष्ट्रपति थर्मन रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल प्रवासी मजदूरों से मिले, भारतीय कामगारों की भी सराहना

सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम ने रविवार को उन प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की जिन्होंने हाल ही में दो अलग-अलग बचाव अभियानों (रेस्क्यू ऑपरेशनों) में बहादुरी से हिस्सा लिया था। इनमें कई भारतीय मजदूर भी शामिल थे। यह मुलाकात सिंगापुर की स्वतंत्रता के 60 साल (एसजी60) पूरे होने के मौके पर राष्ट्रपति भवन ‘इस्ताना’ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई।
पहला मामला- सिंकहोल में गिरी कार से महिला को बचाया
26 जुलाई को तंजोंग काटोंग रोड साउथ में एक कार सड़क पर बने सिंकहोल (धरती धंसने से बनी गड्ढी) में गिर गई थी। उस समय 46 वर्षीय भारतीय फोरमैन पिचई उदैयप्पन सुब्बैया और उनकी टीम के 7 अन्य मजदूरों ने बहादुरी दिखाते हुए कार में फंसी महिला को सुरक्षित बाहर निकाला।
दूसरा मामला- आग लगी इमारत से बच्चों को बचाया
दूसरी घटना अप्रैल में हुई थी, जब रिवर वैली इलाके में एक शॉपहाउस में आग लग गई थी। उस वक्त 11 मजदूरों ने तुरंत स्कैफोल्डिंग (लोहे का अस्थायी ढांचा) खड़ा किया और तीसरी मंज़िल पर चल रही कोचिंग क्लास से बच्चों को सुरक्षित नीचे उतारा।
राष्ट्रपति बोले- आपने लोगों की जान बचाई
राष्ट्रपति थर्मन ने कार से महिला को बचाने वाले मजदूरों से कहा, ‘आपने उसकी जान बचाई, धन्यवाद।’ राष्ट्रपति और प्रथम महिला जेन इत्तोगी शनमुगरत्नम ने आग की घटना में मदद करने वाले 11 अन्य मजदूरों को भी धन्यवाद कहा। सभी मजदूरों को स्मृति चिन्ह (मेमेंटो) भेंट किए गए और उनकी बहादुरी की सराहना की गई।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मजदूरों में खुशी
भारतीय फोरमैन पिचई सुब्बैया ने तमिल में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हमारी वजह से एक परिवार सुरक्षित और खुश है, इससे ज्यादा खुशी की बात क्या हो सकती है। हमें जो सम्मान मिला है, वो हमारे लिए काफी है।’ इन बहादुर भारतीय मजदूरों के नाम फोरमैन पिचई उदैयप्पन सुब्बैया, खुदाई मशीन ऑपरेटर सथापिल्लै राजेन्द्रन, अन्बझगन वेलमुरुगन, पूमालै सरवनन, गणेशन वीरशेखर, बोस अजीतकुमार, अरुमुगम चंद्रशेखरन हैं।