प्रधानमंत्री ने जाति जनगणना के फैसले को सराहा तो कांग्रेस का तंज

नई दिल्ली: रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के जाति जनगणना के फैसले की सराहना की थी। अब सोमवार को कांग्रेस ने इस पर तंज कसा और प्रधानमंत्री के दो पुराने वीडियो साझा कर दिए, जिनमें प्रधानमंत्री विपक्ष की जाति जनगणना की मांग की आलोचना करते नजर आ रहे हैं। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इसी बैठक में पीएम मोदी ने जाति जनगणना के फैसले की तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जाति जनगणना उन वर्गों को मुख्यधारा में लाने की कवायद है, जो पीछे छूट गए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार जातिगत राजनीति में विश्वास नहीं करती, लेकिन पिछड़ों को सशक्त बनाना उनका उद्देश्य है। एनडीए के मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम की इस बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें से एक में ऑपरेशन सिंदूर में सशस्त्र सेनाओं की बहादुरी और पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत फैसले लेने की सराहना की गई तो दूसरे प्रस्ताव में अगली जनगणना के साथ ही जाति जनगणना कराने के फैसले की तारीफ की गई।
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने पीएम मोदी के दो पुराने वीडियो साझा किए, जिनमें पीएम मोदी जाति जनगणना की विपक्ष की मांग की आलोचना करते दिखाई दिए। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि ’30 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बीच प्रधानमंत्री ने अचानक से जाति जनगणना का एलान कर दिया। कल, जैसा कि उम्मीद थी प्रधानमंत्री ने एनडीए के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में जाति जनगणना का पूरा श्रेय ले लिया।’
जयराम रमेश ने दो वीडियो को साझा करते हुए लिखा कि ‘लेकिन जरा सुनिए पूर्व में प्रधानमंत्री ने क्या कहा- एक. 2 अक्तूबर 2023 को, जब बिहार में जाति सर्वे के नतीजे जारी किए गए थे और दूसरा. 28 अप्रैल 2024 को जब कांग्रेस ने जाति जनगणना की मांग की थी।’ पहली वीडियो में प्रधानमंत्री कहते सुनाई दिए कि वे (विपक्ष) जाति के आधार पर समाज को बांटना चाहता है और अपने पापों को आगे भी जारी रखना चाहता है। दूसरी वीडियो में प्रधानमंत्री कहते सुनाई दे रहे हैं कि कांग्रेस का जाति जनगणना की मांग करना शहरी नक्सलवाद की मानसिकता है।