गाजा में भूख से बेहाल भीड़ ने सहायता केंद्र पर किया हमला, दावा- इस्राइली गोलीबारी में एक की मौत

गाजा: गाजा में भुखमरी से हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि अब लोगों की भीड़ सहायता केंद्रों पर ही हमला कर रही है। ऐसे ही एक हमले के दौरान हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और 48 लोग घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। फलस्तीन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रमुख अजीत संघे ने जिनेवा में मीडिया से बात करते हुए आशंका जताई कि लोगों की भीड़ पर इस्राइली सेना द्वारा गोलीबारी की गई। हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
इस्राइली सहायता केंद्र पर हमले का दावा
मंगलवार को फलस्तीनी लोगों की भारी भीड़ एक नए सहायता वितरण केंद्र पर जमा हुई। यह केंद्र इस्राइल और अमेरिका समर्थित संगठन ने स्थापित किया है। लोगों को जब ये पता चला कि सहायता केंद्र इस्राइल द्वारा स्थापित है तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने तारबंदी को तोड़ दिया। इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मौके पर इस्राइली टैंक पहुंचे और इस्राइली हेलीकॉप्टर्स से भी हमला किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए।
यूएन ने दी चेतावनी
गाजा के दक्षिणी शहर राफा के बाहर सहायता केंद्र एक दिन पहले ही गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन द्वारा खोला गया है। इस फाउंडेशन को इस्राइल ने सहायता कामों की देखरेख के लिए गठित किया है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार एजेंसियों ने इन नई व्यवस्था को खारिज कर दिया है और कहा है कि ये नई व्यवस्था गाजा के 23 लाख लोगों की जरूरत को पूरा नहीं कर पाएगी। इन्होंने आरोप लगाया है कि इस्राइल खाने को हथियार की तरह इस्तेमाल करना चाहता है और गाजा की जनसंख्या को नियंत्रित करना चाहता है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इससे इस्राइली सैनिकों और गाजा के लोगों में झड़पें हो सकती हैं। इस्राइल द्वारा ब्लॉकेड के बाद गाजा में भुखमरी के हालात हैं और गाजा अकाल के मुहाने पर है।