बरेली में 10वीं पास चला रहा था फर्जी आधारकार्ड बनाने का रैकेट, दो आरोपी गिरफ्तार

बरेली: बरेली में पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। भोजीपुरा में दो युवक पिछले एक साल से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, मूल निवास प्रमाणपत्र, जाति-आय प्रमाणपत्र और मार्कशीट बना रहे थे। पुलिस ने शुक्रवार को अजहरी जनसेवा केंद्र एवं आधार कार्ड केंद्र पर छापा मारा तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मौके से बड़ी संख्या में दस्तावेज बरामद किए गए हैं। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
भोजीपुरा थाना क्षेत्र के पचदौरा दोहरिया में मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू और जियाउल मुस्तफा अजहरी जनसेवा केंद्र एवं आधार कार्ड केंद्र चला रहे थे। पुलिस को सूचना मिली कि इस जनसेवा केंद्र पर फर्जी दस्तावेज बनाए जा रहे हैं। इस पर थाना पुलिस ने छापा मारा। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
बरामद हुआ ये सामान
पुलिस को मौके से एक लैपटॉप, एक पीवीसी कार्ड मशीन, एक मॉनिटर, एक सीपीयू, दो प्रिंटर स्कैनर, एक कैमरा, एक वेब कैमरा, कैमरा स्टैंड, एक बड़ी फिंगरप्रिंट मशीन, दो छोटे थंब स्कैनर, दो कैमरा सीपी, तीन मोबाइल फोन, 20 जाली जन्म प्रमाणपत्र, 15 फर्जी निवास प्रमाणपत्र, पांच फर्जी आय प्रमाणपत्र, 15 फर्जी स्टांप पेपर, एक बिहार बोर्ड कक्षा 10 की जाली मार्कशीट, यूपी बोर्ड की कक्षा 10 की जाली मार्कशीट, 20 जाली आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, 44 ब्लैक प्लास्टिक आधार कार्ड, एक जाली वोटर आईडी आदि दस्तावेज बरामद हुए हैं।
पहले बैंक में आधार बनाने का काम करता था आरोपी
एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि मोहम्मद फहीम 2012 से 2019 तक और 2023 से 2024 तक बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में आधार कार्ड बनाने का काम करता था। जहां इसे 10,500 रुपए सैलरी मिलती थी। इसके बाद एक नये आधार कार्ड पर 18 रुपये और अपडेट पर 13 रुपये कमीशन मिलने लगा। लेकिन यह लोग आधार कार्ड बनाने के सौ रुपये मांगने लगे थे, जिसकी किसी ने यूआईडीएआई (यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) में शिकायत कर दी, जिस पर उसे हटा दिया गया था।