जौनपुर के थे मृतक पिता-पुत्री, लापता यात्रियों का नहीं लगा कोई सुराग, रेस्क्यू अभियान रोका

बड़कोट: जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भैरव मंदिर के पास हुए भूस्खलन में लापता श्रद्धालुओं का दूसरे दिन भी पता नहीं चल पाया है। वहीं, शाम को मौसम खराब के कारण टीमों ने रेस्क्यू अभियान रोक दिया है। कल रेस्क्यू दोबारा शुरू किया जाएगा।
बता दें कि बीते सोमवार को यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के समीप पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण मलबे में दो मासूम सहित 6 लोग दब गए थे। उसमें से मुंबई निवासी यात्री रशिक को घायल अवस्था में मलबे से बाहर निकालकर उपचार के लिए पीएचसी जानकीचट्टी पहुंचाया गया।
वहीं एक बच्ची सहित एक व्यक्ति का शव भी दिनभर चले रेस्क्यू के बाद मलबे से बाहर निकाला गया। उनकी शिनाख्त पिता और पुत्री हरिशंकर (47) और ख्याति (9) निवासी जौनपुर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि मृतकों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं लापता लोगों को ढूंढने के लिए खोज-बचाव अभियान चल रहा है।
दो लोगों की तलाश जारी
मंगलवार सुबह एनडीआरएफ और एसडीआरएफ सहित वन विभाग, पुलिस, राजस्व विभाग की टीम ने एक बार फिर अभियान शुरू किया। लेकिन मलबे में दबे अभी भी भाविका शर्मा पुत्री जॉय शर्मा (11) निवासी कृष्णा विहार नई दिल्ली और कमलेश जेठवा (35) निवासी मुंबई का कुछ पता नहीं लग पाया।
वहीं डीएम प्रशांत आर्य सहित एसपी सरिता डोबाल और यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने वहां पर अधिकारियों से रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। वहीं डीएम ने भूवैज्ञानिकों सहित आपदा प्रबंधन विभाग की टीम को पूरे पैदल मार्ग की ड्रोन के साथ स्थलीय निरीक्षण कर जल्द ही रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए और मौके पर अभियान की निगरानी की।