वन्य जीवों व पक्षियों को दिया इम्युनिटी बूस्टर, बाड़ों में किया गया सैनिटाइजेशन

कानपुर: गोरखपुर से कानपुर चिड़ियाघर लाए गए बब्बर शेर (पटौदी) की बुधवार रात मौत होने के बाद प्राणी उद्यान में सतर्कता बढ़ा दी गई है। परिसर व बाड़ों में शुक्रवार दिनभर सैनिटाइजेशन कराया गया। वहीं, कर्मचारी के अलावा अन्य किसी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है। जानवरों और पक्षियों को इम्युनिटी बूस्टर पिलाया जा रहा है।
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली से आई बब्बर शेर पटौदी की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, जिला और चिड़ियाघर प्रशासन को अभी भी भोपाल लैब की रिपोर्ट आने का इंतजार है। हालांकि जीवों की सुरक्षा के लिए लिए लगातार एहतियात बरती जा रही है। शुक्रवार को पटौदी के बाड़े में तीन बार, आसपास के बाड़ों में दो और दूर के बाड़ों में एक-एक बार सैनिटाइजेशन कराया गया। शेर का इलाज करने वाली चिकित्सकों की टीम को क्वारंटीन करने के साथ वन्य जीवों की निगरानी के लिए दूसरी टीम लगाई गई है। इसमें उन जीवों व पक्षियों पर खास नजर रखी जा रही है जो खाना कम खा रहे हैं। मंगलवार को पटौदी का सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब भेजा गया था, लेकिन शुक्रवार को भी रिपोर्ट नहीं आयी। अब इसके शनिवार को आने की संभावना है। चिड़ियाघर में 19 मई तक इसी तरह एहतियात बरती जाएगी।
मांसाहारी जानवरों को नहीं दिया जा रहा चिकन
चिड़ियाघर में मौजूद मांसाहारी जानवरों को चिकन देना बंद कर दिया गया है। उसके स्थान पर दूसरा मीट दिया जा रहा है। संक्रमण का खतरा देखते हुए 10 शेरों को 30-30 एमएल, तेंदुओं को 10-10 एमएल एमिरान सिरप पानी में घोलकर दिया जा रहा है। वहीं, पक्षियों को शीतल पाउडर, एंटी बूस्टर पाउडर 20-20 ग्राम दो लीटर में घोलकर दिया जा रहा है। प्रशासन पूरी तरह से जानवरों को सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटा है।