बरेली में उर्स-ए-रजवी 18 अगस्त से, देश-विदेश के मेहमानों को भेजा जा रहा दावतनामा

बरेली: बरेली में आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का तीन दिवसीय उर्स-ए-रजवी 18,19 व 20 अगस्त को इस्लामिया मैदान में मनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। देश-विदेश के मेहमानों को निमंत्रण भी भेजा जा रहा है।
बृहस्पतिवार को दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान व सज्जादानशीन बदरूश्शरिया मुफ्ती अहसन रजा कादरी ने अपने आवास पर संयुक्त रूप से इसका एलान किया। नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स-ए-रजवी बरेली समेत दुनिया भर में 23, 24, 25 सफर को मनाया जाता है। देश-विदेश के तमाम मुरीदीन दरगाह प्रमुख व सज्जादानशीन के संपर्क में है। सभी को फोन व सोशल मीडिया के माध्यम से तिथियों की सूचना दी जा रही है।
उर्स के एलान के दौरान सैयद आसिफ मियां सहित उलेमा मुफ्ती आकिल रजवी, मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी, मुफ्ती अय्यूब नूरी, मुफ्ती सैयद कफील हाशमी आदि की मौजदूगी रही।
जारी हुआ पोस्टर
उर्स-ए-आला हजरत खानकाह ताजुश्शरिया व जामियातुर्रजा में संपन्न होगा। इसके लिए बृहस्पतिवार को पोस्टर जारी कर दिया गया। जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान ने बताया कि व्यवस्था के लिए जल्द ही वालंटियर्स की बैठक होगी। जमात के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान ने बताया कि उर्स स्थल मथुरापुर में जायरीन के ठहरने के अलावा लंगर की व्यवस्था बड़े पैमाने पर की जाएगी। इस मौके पर मौलाना निजामुद्दीन, मौलाना शम्स, हाफिज इकराम रजा़, डॉ. मेहंदी हसन आदि लोग मौजूद रहे।
उर्स-ए-नूरी में की दस्तारबंदी
45वें उर्स-ए-नूरी के मौके पर खलील हायर सेकेंडरी स्कूल में जश्न-ए-दस्तारबंदी का आयोजन किया गया। इसमें मदरसा जामिया आला हजरत के 50 छात्रों को सनद दे कर सम्मानित किया गया। जलसे की सरपरस्ती करते हुए मौलाना तौसीफ रजा खां ने कहा कि मुफ्ती-ए-आजम हिंद ने फतवों के जरिये अंग्रेजों के खिलाफ कौम को जागरूक किया। मौलाना फैज रजा खां ने भी उनकी जिंदगी पर रोशनी डाली। देर रात 1:40 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की गई।
सैयद अमीर मियां ने आभार व्यक्त करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को शील्ड देकर सम्मानित किया। अकीदतमंदों को नूरी तोहफों से नवाजा गया। तौसीफ मियां ने खुसूसी दुआ की। इस मौके पर अल्हाज तस्लीम रजा खां नूरी, इमरान रजा खां, समनानी मियां, मुफ्ती नवाजिश, मुफ्ती इरशाद, सैयद शाहरोज, नूरी मियां, मुफ्ती शैयान रजा, हॉलैंड से शरीफ दिल मोहम्मद, कतर से शफीक शम्सी, मौलाना अख्तर इराकी, पम्मी खां वारसी, जिया उर रहमान आदि मौजूद रहे।