शुभमन की टीम के सामने तीन विदेशी दौरे, द. अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का रास्ता कठिन

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 चक्र के समापन के साथ ही अब नए चक्र को लेकर बातें होनी शुरू हो गई हैं। इस चक्र को दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अपने नाम किया। तेम्बा बावुमा की टीम ने गत विजेता ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। अब नए चक्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसकी शुरुआत 17 जून से हो जाएगी, जब श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें भिड़ेंगी। वहीं, टीम इंडिया 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ नए टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत करेगी। यह डबल्यूटीसी का चौथा संस्करण होगा। इस दौरान अगले दो साल में नौ टीमों के बीच कुल 71 टेस्ट मैच खेले जाएंगे। इस चक्र में कई टीमें बदलाव के दौर से गुजरेंगी और एक नई शुरुआत करना चाहेगी।
बदलाव के दौर से गुजर रही कई टीमें
इसमें टीम इंडिया भी शामिल है, जो नए कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में इस चक्र में उतरेगी। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद से भारतीय टीम बदलाव के दौर में है। वहीं, इंग्लैंड की टीम के लिए भी जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के बिना सफर आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को भी इस बार कठिन चुनौतियां मिली हैं और उनके लिए स्थिर बने रहना बड़ी चुनौती होगी। वहीं, पाकिस्तान को एक बार फिर आसान विदेशी दौरे मिले हैं, लेकिन उनके लिए इससे पार पाना बड़ी चुनौती होगी। पाकिस्तान की टीम 2023-25 डब्ल्यूटीसी चक्र में आखिरी यानी नौवें स्थान पर रही थी।
कौन सी टीम सबसे ज्यादा टेस्ट खेलेगी?
ऑस्ट्रेलियाई टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 चक्र में सबसे ज्यादा 22 टेस्ट मैच खेलेगी। वहीं, इंग्लैंड की टीम 21 मैच खेलेगी। इसके बाद 18 मैचों के साथ भारत तीसरे स्थान पर है। न्यूजीलैंड को 16 और दक्षिण अफ्रीका-वेस्टइंडीज को 14-14 टेस्ट खेलने हैं। पाकिस्तान की टीम 13 और श्रीलंका-बांग्लादेश को 12-12 टेस्ट खेलने हैं। 2025-27 चक्र में प्रतिस्पर्धा करने वाले नौ देशों के बीच खेली जाने वाली 27 टेस्ट सीरीज में से 17 सीरीज में केवल दो मैच होंगे, जबकि तीन मैचों की छह सीरीज होंगी।