35 साल की हुईं सानिया मिर्जा, किया ये काम , जानकर लोग हैरान

भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा आज अपना 35वां जन्मदिन मना रही हैं। सानिया अबतक के अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं जिसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी।

2009 में मिक्स्ड डबल्स में सानिया ने महेश भूपति के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद भारतीय टेनिस खिलाड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने करियर में कुल छह ग्रैडस्लैम पर कब्जा जमाया। सानिया ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर लगातार तीन खिताब को अपने नाम करके इतिहास रचा दिया था। सानिया को बतौर टेनिस खिलाड़ी देश का नाम रोशन करने के लिए साल 2004 में अर्जुन अवॉर्ड, 2006 में पद्मा श्री, 2015 में राजीव गांधी खेल रत्न और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।

2009 में महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतने के बाद सानिया ने अपने जोड़ीदार के साथ 2012 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया। इस जोड़ी ने क्लाउडिया जैंस इग्नासिक और सैंटियागो गोंजालेज को धूल चटाते हुए लगातार अपना दूसरा खिताब अपने नाम किया था।

इसके दो साल बाद यानी 2014 में सानिया ने ब्राजील के खिलाड़ी ब्रूनो सोरेस के साथ जोड़ी बनाई और यूएस ओपन मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीता। साल 2015 में भारतीय टेनिस खिलाड़ी को दिग्गज मार्टिना हिंगिस का साथ मिला और इन दोनों ने मिलकर एक के बाद तीन ग्रैडस्लैम जीतकर हैट्रिक लगा दी। इस जोड़ी ने 2015 में विंबलडन और यूएस ओपन की ट्रॉफी अपने नाम की और उसके अगले साल ऑस्ट्रेलियन ओपन पर भी कब्जा जमाया।

साल 2015 में डबल्स में सानिया मिर्जा ने डब्ल्यूटीए रैंकिंग में पहली पोजीशन हासिल की और वह ऐसा करने वालीं पहली भारतीय टेनिस खिलाड़ी बनीं। नंबर एक की पोजीशन को सानिया ने 21 महीने तक बरकरार रखा और लगातार अपने खेल से हर किसी का दिल जीता।

हालांकि, ओलंपिक में तीन बार शिरकत करने के बावजूद सानिया कोई मेडल नहीं जीत सकी हैं जिसका मलाल उनको भी है। सानिया अबतक अपने करियर में एशियन गेम्स में आठ मेडल जीत चुकी हैं। 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सानिया ने विमेंस सिंगल्स में सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

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