तीन साल तक खराब प्रदर्शन वाले निजी पॉलिटेक्निक होंगे बंद, जुलाई में जारी होगी रैंकिंग

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पॉलिटेक्निक संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार के लिए कवायदें शुरू कर दी गई हैं। इसके तहत तीन साल तक खराब प्रदर्शन वाले निजी पॉलिटेक्निक को बंद किया जाएगा।
पॉलिटेक्निक प्रवेश काउंसिलिंग पांच चरणों मे, कार्यक्रम जारी
राजकीय, निजी, एडेड व पीपीपी पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद (जीकप) ने ऑनलाइन प्रवेश काउंसिलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया है। काउंसिलिंग पांच चरणों में होगी। पहले तीन चरण सिर्फ प्रदेश के ही पात्र अभ्यर्थियों के लिए होंगे। वहीं कक्षाएं भी एक अगस्त से शुरू करने की तैयारी है।
जीकप के अनुसार पहले चरण में 27 जून से 2 जुलाई तक च्वाइस भरा जाएगा। तीन जुलाई को सीट आवंटन किया जाएगा। अभ्यर्थी 4 से 6 जुलाई तक ऑनलाइन फ्रीज या फ्लोट (अगले चरण में जाने का) विकल्प चुन सकेंगे। इसके लिए उन्हें निर्धारित शुल्क जमा करना होगा। इनका दस्तावेज सत्यापन 4 से 7 जुलाई तक जिलावार सहायता केंद्रों पर किया जाएगा। सीट वापसी (विड्रा) आठ जुलाई को होगी।
दूसरे चरण में 9 से 11 जुलाई तक विकल्प भरे जाएं। 12 जुलाई को सीट आवंटन होगा। 13 से 15 जुलाई तक सुरक्षा व काउंसिलिंग शुल्क ऑनलाइन जमा होगा। दस्तावेज सत्यापन 14 से 16 जुलाई तक और सीट वापसी 17 जुलाई को होगी। तीसरे चरण में 18 से 20 जुलाई तक विकल्प भरा जाएगा। 21 जुलाई को सीट आवंटन होगा। 22 से 24 जुलाई तक शुल्क जमा किया जाएगा।
इस चरण में सभी अभ्यर्थी की सीट स्वतः फ्रीज होगी। दस्तावेज सत्यापन 22 से 25 जुलाई तक किया जाएगा। सीट वापसी की अंतिम तिथि 26 जुलाई है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव संजीव कुमार सिंह ने बताया कि अभ्यर्थी ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों का विकल्प दें। अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग पोर्टल https://jeecup.admissions.nic.in पर लॉगिन कर प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
उन्होंने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया में फ्लोट-फ्रीज विकल्प चुनना अनिवार्य होगा। फ्रीज विकल्प चुनने पर अभ्यर्थी को सहायता केंद्र पर दस्तावेज सत्यापन कराना होगा। शुल्क जमा न करने व दस्तावेज सत्यापन न कराने पर अभ्यर्थी अगले चरणों में अयोग्य हो जाएगा। अभ्यर्थी काउंसिलिंग पोर्टल पर ऑनलाइन सीट वापसी (विड्रा) भी कर सकते हैं। इसमें सीट लेने के लिए जमा की गई फीस अभ्यर्थी के निर्धारित बैंक खाते में ही वापस की जाएगी। उन्होंने सुझाव दिया कि अभ्यर्थी प्रवेश प्रक्रिया में अपने चालू मोबाइल नंबर का ही प्रयोग करें। सभी आवश्यक संवाद इसी मोबाइल नंबर के माध्यम से किया जाएगा।