चीन-तुर्किये के किन हथियारों के साथ भारत से लड़ रहा था पाकिस्तान; नाकाम क्यों हुए?

भारत की तरफ से पाकिस्तान के आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की जबरदस्त सफलता के सबूत मिलने जारी हैं। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकियों के नौ ठिकानों से लेकर उसके एयरबेस पर हमले तक की सैटेलाइट तस्वीरें और कई वीडियोज जारी किए हैं। इतना ही नहीं भारत की तरफ से पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए कुछ खास हथियारों के इस्तेमाल होने की भी बात सामने आ रही है।
इस बीच सोमवार को डीजीएमओ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन हथियारों की जानकारी दी गई, जिन्हें पाकिस्तान की तरफ से भारत पर हमले के लिए इस्तेमाल किया गया। बड़ी बात यह रही कि पाकिस्तान का एक भी हथियार भारतीय सेना को नुकसान नहीं पहुंचा पाया और इन्हें भारत में मार गिराया गया। उन्होंने पीएल-15 मिसाइल से लेकर तुर्किये के बायकर यीहा-III कामिकाजे ड्रोन्स तक का मलबा दिखाया।
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किन-किन हथियारों से पाकिस्तान ने भारत पर बोला हमला?
- बायकर यीहा-III ड्रोन्स का निर्माण तुर्किये करता है। यह कामिकाजे वर्ग के ड्रोन्स हैं, जो कि जबरदस्त विस्फोटक सामग्री लेकर दुश्मन के ठिकानों से टकराकर उन्हें तबाह करने की क्षमता रखते हैं।
- कामिकाजे ड्रोन्स की खासियत होती है कि वह अपने लक्ष्यों को नुकसान पहुंचाने के लिए उनसे टकराकर खुद भी ध्वस्त हो जाता है। यानी यह एक बार इस्तेमाल किया जाने वाला सिंगल मिशन ड्रोन है।
- यह ड्रोन OMTAS टैंक-रोधी गाइडेड मिसाइल की तर्ज पर काम करता है। इसे मिसाइल के आकार में ही बनाया गया है और इसमें पीछे की तरफ प्रोपेलर इंजन दिया गया है। इसके चलते यह लंबे समय तक हवा में रह सकता है।