‘हम उम्मीद करते हैं संघर्ष और न बढ़े’, तनाव के बीच विदेश मंत्रालय के अधिकारी का बयान

नई दिल्ली:  भारत पाकिस्तान संघर्ष के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच संघर्ष और न बढ़े। उन्होंने कहा कि संघर्ष का उद्योगों पर नकारात्मक असर पड़ता है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी दम्मू रवि ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमें उम्मीद करनी चाहिए कि मौजूदा संघर्ष और न बढ़े।

‘संघर्ष का अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना स्वभाविक’
नई दिल्ली में पब्लिक अफेयर्स फोरम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दम्मू रवि से सवाल किया गया कि क्या भारत-पाकिस्तान संघर्ष का देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा? तो इसके जवाब में रवि ने कहा कि ‘सुरक्षा, विकास और आर्थिक विकास एक दूसरे से जुड़े हैं। इसलिए संघर्ष की स्थिति में इसका असर स्वभाविक तौर पर उद्योगों पर होगा। हमें उम्मीद करनी चाहिए कि मौजूदा संघर्ष और न बढ़े।’ उल्लेखनीय है कि बुधवार रात को पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने हमले को नाकाम कर दिया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के लाहौर में स्थित रडार सिस्टम को तबाह कर दिया। इससे दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ने की आशंका बन गई है।

पहलगाम आतंकी हमले से हुई संघर्ष की शुरुआत
पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और कई अन्य शहरों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की थी। इससे पहले भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें कई आतंकी मारे गए। भारत पाकिस्तान के बीच तनाव पहलगाम आतंकी हमले के बाद से बढ़ा हुआ है। हमले के जवाब में भारत ने पहले पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया था। साथ ही अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को बंद कर दिया। साथ ही दूतावास से सुरक्षा अधिकारियों को देश छोड़ने का फरमान सुना दिया।

Related Articles

Back to top button