आरोपी के ब्लड सैंपल में हेरफेर के एंगल की हो रही जांच, समिति राज्य सरकार को सौंपेगी रिपोर्ट

नई दिल्ली:  पुणे कार दुर्घटना में शामिल किशोर के रक्त के नमूनों में हेराफेरी की शिकायत हुई थी। इस शिकायत की जांच कर तीन सदस्यीय समिति कर रही है। समिति बुधवार को महाराष्ट्र सरकार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। बता दें कि 19 मई की सुबह पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक कार ने एक मोटर साइकिल को टक्कर मार दी। आरोप है कि 17 वर्षीय किशोर तेज रफ्तार से कार चला रहा था। टक्कर से 20 वर्षीय दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कार चला रहा किशोर बिल्डर विशाल अग्रवाल का बेटा है, जो कि कार चलाते वक्त नशे में था।

किशोर उस वक्त नशे में था या नही इसके लिए उसके रक्त के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे गए। लेकिन सोमवार को पुलिस ने दावा किया कि पुणे के ससून जनरल अस्पताल में किशोर के रक्त के नमूनों को फेंककर और उसकी जगह किसी अन्य व्यक्ति के नमूने रखे गए थे। इन नमूनों में शराब का कोई निशान नहीं था। बता दें कि महाराष्ट्र चिकित्सा शिक्षा (एमएमई) विभाग ने सोमवार को मुंबई स्थित ग्रांट्स मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. पल्लवी सापले की अध्यक्षता में समिति का गठन किया।

डॉ. सापले ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट तैयार की जा रही है और इसे सिर्फ राज्य सरकार को सौंपा जाएगा। इस समय रिपोर्ट के विवरण का खुलासा नहीं किया जा सकता है। एमएमई विभाग के आयुक्त राजीव निवतकर ने कहा, “समिति रिपोर्ट आज ही राज्य सरकार को सौंपेगी। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में सरकारी अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. अजय टावरे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीहरि हलनोर और स्टाफ सदस्य अतुल घाटकांबले को भी गिरफ्तार किया है।

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