पुराने दिनों को याद कर भावुक हुईं स्मृति, बोलीं- पर्सनैलिटी नहीं मजबूरी में बनी तुलसी वीरानी

आज स्मृति ईरानी किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। वे अभिनेत्री से बन चुकी हैं, लेकिन लोग आज भी उन्हें उनके निभाए किरदार ‘तुलसी वीरानी’ के नाम से पहचानते हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान वे अपने पुराने दिनों को याद करती नजर आईं। उन्होंने अपने शुरूआती दिनों के संघर्ष को मीडिया से साझा किया।

पर्सनैलिटी नहीं मजबूरी में बनीं तुलसी
स्मृति ईरानी ने टेलीविजन इंडस्ट्री में एकता कपूर के हिट शो ‘क्योंकि सास भी कभी थी’ से डेब्यू किया था। उन दिनों को याद करते हुए स्मृति कहती हैं, ‘मुझे अच्छी तरह याद है मैं तब मैकडॉनल्ड्स 1800 रुपये प्रति माह कमा रही थी। उन्हीं दिनों मैं किसी काम से एकता कपूर के ऑफिस में गई थी। वहां एकता के ज्योतिष भी बैठे हुए थे। उन्होंने मुझे देखा और एकता से कहा कि इसके साथ काम करो, देखना एक दिन ये टेलीविजन इंडस्ट्री का बड़ा चेहरा बनेगी। एकता ने अपने ज्योतिष की बात मान ली और मुझे उन्होंने ‘तुलसी’ के किरदार के साइन कर लिया था।’

मैकडॉनल्ड्स में सफाईकर्मी का काम किया
स्मृति ईरानी अपनी बात जारी रखते हुए कहती हैं, ‘मैं उन दिनों एक महीने का 1800 रुपये कमाती थी और ‘तुलसी’ का किरदार निभाने के लिए मुझे एक दिन के 1800 रुपये मिलने वाले थे। मुझे इससे ज्यादा क्या चाहिए था। मैं तब मैकडॉनल्ड्स में सफाईकर्मी की नौकरी कर रही थी।’

मजदूरी से मशहूर होने का सफर
स्मृति ईरानी के लिए ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ वरदान साबित हुआ। इस सीरियल की वजह से वे घर-घर लोकप्रिय हो गईं। ‘तुलसी वीरानी’ के किरदार ने उनकी जिंदगी को बदल दिया।

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