RMP नेता हरिहरन ने शैलजा और मंजू वारियर के खिलाफ की अभद्र टिप्पणी, विवाद बढ़ने पर दी सफाई

कोझिकोड:  केरल में राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है। यहां रिवोल्यूशनरी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपी) के एक नेता ने माकपा की वरिष्ठ नेता केके शैलजा और मलयालम फिल्म अभिनेत्री माजू वारियर के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी की है। इससे ही सियासी बवाल खड़ा हो गया।

आरएमपी नेता केएस हरिहरन ने शनिवार रात को वडकारा में एक कार्यक्रम में दोनों महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने किया था। यह कार्यक्रम सत्तारूढ़ एलडीएफ के आरोपों के जवाब में आयोजित किया गया था। दरअसल, एलडीएफ ने यूडीएफ कार्यकर्ताओं पर शैलजा का एक वीडियो बनाने का आरोप लगाया था।

सियासी हंगामा खड़ा हुआ
हरिहरन की टिप्पणी से सियासी हंगामा खड़ा हो गया है। उनकी खुद की पार्टी और पार्टी के आलाकमान ने खुले तौर पर उनकी आलोचना की। पार्टी ने कहा कि हरिहरन को किसी भी महिला के खिलाफ इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। बाद में हरिहरन ने फेसबुक पर अपनी टिप्पणी के लिए खेद व्यक्त किया। साथ ही कहा कि जानबूझकर महिलाओं का अपमान नहीं किया था, बस गलती से जुबान फिसल गई थी।

कड़ी कार्रवाई की मांग
नेता की सफाई के बाद भी मामला थमा नहीं। लोगों ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। माकपा नेतृत्व ने संकेत दिया है कि वे आरएमपी नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। वहीं, पार्टी की युवा शाखा डेमोक्रेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

डीवाईएफआई ने शनिवार रात फेसबुक पर आरोप लगाया कि आरएमपी नेता का भाषण लोकसभा चुनाव के दौरान वडकारा में यूडीएफ द्वारा चलाए गए महिला विरोधी अभियान को दर्शाता है। वाम संगठन ने आपत्तिजनक टिप्पणी पर आरएमपी नेता और विधायक केके रेमा की प्रतिक्रिया की भी मांग की।

पार्टी ने झाड़ा पलड़ा
विभिन्न मुद्दों पर महिलाओं के मुद्दे की पुरजोर वकालत करने वाली रीमा ने रविवार को कहा कि पार्टी किसी के द्वारा की गई इस तरह की टिप्पणी का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘यह एक व्यक्ति द्वारा की गई टिप्पणी थी और इसके लिए पूरी पार्टी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।’

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