अर्जेंटीना की राजनीति पर राष्ट्रपति मिलेई की पकड़ हुई मजबूत, स्थानीय चुनाव में दर्ज की अहम जीत

एक समय मध्य-दक्षिणपंथी राजनीति का केंद्र रहा दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना अब धुर उदारवादी पार्टी की तरफ झुकता दिखाई दे रहा है। दरअसल स्थानीय चुनाव में धुर उदारवादी पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। धुर उदारवादी पार्टी के नेता और मौजूदा राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के लिए बड़ी जीत है क्योंकि इस साल के अंत में अर्जेंटीना में मध्यावधि चुनाव होने हैं। उससे पहले मिलेई की पार्टी की स्थानीय चुनाव में यह जीत कहीं न कहीं इस बात का संकेत है कि मिलेई की अर्जेंटीना की राजनीति में पकड़ मजबूत हो रही है।
विपक्षी पार्टी का गढ़ माना जाता था ब्यूनस आयर्स
मिलेई की पार्टी के उम्मीदवार मैनुअल एडोर्नी ने ब्यूनस आयर्स के चुनाव में जीत दर्ज की है और 30 प्रतिशत मत हासिल किए। वहीं पूर्व राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री की मध्य दक्षिणपंथी पीआरओ पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि यह जीत मिलेई के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि ब्यूनस आयर्स मध्य दक्षिणपंथी पार्टी का गढ़ माना जाता था, लेकिन मिलेई की पार्टी एलएलए ने उस गढ़ में भी सेंधमारी कर दी है। ब्यूनस आयर्स में पीआरओ पार्टी की 18 साल तक सरकार रही और अब उनकी पार्टी का उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहा है। वामपंथी पॉप्युलिस्ट पेरोनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार को दूसरा स्थान मिला।
दक्षिणपंथी राजनीति का बढ़ रहा दबदबा
ब्यूनस आयर्स की 60 विधानसभा सीटों के लिए रविवार को मतदान हुआ। 25 लाख योग्य मतदाताओं में से करीब 53 प्रतिशत ने मतदान किया। मिलेई की पार्टी की जीत ने एक बात और साफ कर दी है कि दुनिया में दक्षिणपंथी राजनीति मजबूत हो रही है और यूरोप से लेकर अमेरिका तक यही पैटर्न दिखाई दे रहा है। अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में हुए चुनाव तकनीक और एआई का भी दखल देखने को मिला। दरअसल मैक्री की पार्टी ने शिकायत दर्ज कराई है कि मतदान से पहले मैक्री की एआई जेनरेट वीडियो बनाया गया, जिसमें मैक्री ने लोगों से अपील की कि उनकी पार्टी हार चुकी है, इसलिए वे मिलेई की पार्टी के उम्मीदवार को वोट करें।