पांच साल में गुजरात ने स्थापित किया कीर्तिमान; 4.79 लाख स्ट्रीट वेंडर बने आत्मनिर्भर

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पीएम स्वनिधि योजना के पांच साल कल पूरे हो रहे हैं। यह योजना देशभर के स्ट्रीट वेंडर्स और छोटे व्यापारियों की आजीविका और उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए वरदान साबित हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना के सफल क्रियान्वयन में उनका गृह राज्य शीर्ष राज्यों में बना हुआ है। गुजरात में इस योजना को मिशन मोड में लागू किया गया है। इस योजना के तहत गुजरात में 4.79 लाख स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर बन चुके हैं।
जून 2020 में शुरू हुई थी योजना
भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय की प्रमुख पहल पीएम स्वनिधि योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 1 जून 2020 को शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य देशभर के स्ट्रीट वेंडर्स को सशक्त बनाना और उन्हें औपचारिक वित्तीय प्रणाली से जोड़ना है। इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में वेंडर्स को निर्बाध ऋण वितरण, डिजिटल पंजीकरण और निरंतर सहायता सुनिश्चित की जा रही है।
गुजरात पीएम स्वनिधि के देश में अग्रणी राज्यों में एक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पीएम स्वनिधि के सफल क्रियान्वयन में गुजरात ने निरंतर अपेक्षाओं से बेहतर प्रदर्शन किया है। राज्य ने जुलाई 2023 तक 3 लाख लाभार्थियों को लोन सुविधा उपलब्ध कराने का पहला लक्ष्य समय पर पूरा किया। इसके बाद अक्टूबर 2024 तक 4 लाख लाभार्थियों तक लोन पहुंचाने का दूसरा लक्ष्य भी पार कर लिया, जिसमें गुजरात को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।
राज्य के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार ने नवंबर 2024 में गुजरात का लक्ष्य बढ़ाकर 5.20 लाख लाभार्थियों तक लोन सुविधा पहुंचाने का निर्णय लिया। गुजरात ने इस संशोधित लक्ष्य का भी 92.14% हिस्सा सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, और इस मामले में गुजरात राष्ट्रीय स्तर पर चौथे स्थान पर है। अब तक 4,79,141 स्ट्रीट वेंडर्स इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं। इन्हें कार्यशील पूंजी लोन और विभिन्न प्रकार के सहयोग प्रदान किए गए हैं, जिससे उनकी आजीविका में सुधार हुआ है और उन्हें आर्थिक रूप से अधिक सक्षम और स्थिर बनने में सहायता मिली है।