बैंक के अफसर ने डीयू कैंपस में 46 सावधि जमा खाते तोड़े, घपला कर गेमिंग प्लेटफॉर्म में लगाए 52.99 करोड़

नई दिल्ली: पंजाब एंड सिंध बैंक के तत्कालीन अधिकारी बेदानशु शेखर मिश्रा, उनके सहयोगियों और गेमिंग प्लेटफॉर्म GOA247.LIVE के प्रमुख प्रबंधन व्यक्तियों के खिलाफ ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत जांच की जा रही है। इस मामले में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। डीयू कैंपस में कार्यरत, पंजाब एंड सिंध बैंक के अफसर ने 46 सावधि जमा खाते तोड़ डाले या उन्हें समाप्त कर किया। उसके बाद पैसे को घुमाना शुरु किया। बैंक अधिकारी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गेमिंग प्लेटफॉर्म में 52.99 करोड़ रुपये लगा दिए। ईडी ने कई जगहों पर रेड की है। गेमिंग प्लेटफॉर्म द्वारा उपयोग किए जा रहे 48 खच्चर खातों में कुल 1.5 करोड़ रुपये की राशि फ्रीज कर दी है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दिल्ली जोनल कार्यालय के मुताबिक, 29 मई को दिल्ली, मुंबई और बंगलूरू में सात स्थानों पर दबिश दी गई थी। इस मुहिम के दौरान परिणामस्वरूप, ईडी ने 39 लाख रुपये की नकद राशि के साथ-साथ डिजिटल साक्ष्य, कई मोबाइल फोन और ऑनलाइन गेमिंग के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सिम कार्ड आदि सहित विभिन्न आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। इसके अलावा, तलाशी की कार्यवाही के दौरान, ईडी ने गेमिंग प्लेटफॉर्म द्वारा उपयोग किए जा रहे 48 खच्चर खातों ‘म्यूल अकाउंट’ में जमा कुल 1.5 करोड़ रुपये की राशि फ्रीज कर दी है।

ईडी की जांच में पता चला है कि बेदानशु शेखर मिश्रा ने पंजाब एंड सिंध बैंक, खालसा कॉलेज शाखा, नॉर्थ कैंपस, दिल्ली विश्वविद्यालय में अधिकारी के रूप में तैनात रहते हुए कई ग्राहकों के 46 सावधि जमा खातों को तोड़कर/समाप्त करके अनधिकृत लेनदेन करके धोखाधड़ी करने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया है। मुख्य रूप से एसजीटीबी खालसा कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के नाम पर सावधि जमा खाते हैं। इस प्रकार, उन्होंने बैंक के साथ-साथ बैंक के कई खाताधारकों के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी की और बैंक को सौंपे गए 52.99 करोड़ रुपये के सार्वजनिक धन का गबन/घपला किया।

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