
बुधवार को आयोजित इस परेड में 328 कैडेट शामिल हुए इसमें इंडियन कोस्ट गार्ड सहित दो ओवरसीज कैडेट भी शामिल हुए। ओवरसीज कैडेट में तंजानिया और मालदीव के कैडेट शामिल थे। पहली महिला पायलट बनने के बाद उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली शुभांगी स्वरूप ने कहा कि मुझे मालूम है कि यह सिर्फ एक रोमांचक अवसर नहीं बल्कि एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है. शुभांगी हैदराबाद के दुंदीगल एयर फोर्स अकादमी भी विशेष ट्रेनिंग के लिए जाएंगी।
आस्था सहगल ने कहा कि नेवी के इतिहास में यह भी पहलीबार होगा जब नेवल अर्मामेंट इंसपेक्सन ब्रांच में अधिकारी के तौर पर शामिल किया जाएगा। इस बदलाव के बाद भारतीय महिलाओं को एक अलग तरह की पहचान मिलेगी।
महिलाओं को मिल रही जिम्मेदारियों के बाद चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि वैसे तो इंडियन नेवी में महिलाओं की एंट्री 1991 में ही मिल गई थी लेकिन शुभांगी, आस्था सहित नई लड़कियों की इस पहल के बाद महिलाएं तेजी से शामिल होंगी। कार्यक्रम में एडमिरल ने 9 बेहतरीन मिडशिपमेन और कैडेट को मेडल भी दिया।