मध्य प्रदेश के पांच जिलों में 19 नगरीय निकायों के लिए हुए चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला रहा है। शनिवार को आए चुनाव नतीजों में भाजपा-कांग्रेस को 9-9 सीटें मिली हैं, जबकि एक स्थान निर्दलीय के खाते में गया है।
इन चुनावों को राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से लिटमस टेस्ट माना जा रहा था। आमतौर पर हर चुनाव को संजीदगी से लड़ने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन चुनावों में भी जमकर प्रचार किया था, पर परिणाम भाजपा के अनुरूप नहीं आए। इसीलिए नतीजों को पार्टी के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है।
पांच जिलों के 19 नगरीय निकाय में हुए थे चुनाव
अगले माह फरवरी में कोलारस और मुंगावली में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की परीक्षा है। हालांकि ये दोनों सीटें कांग्रेस के पास थीं। जानकारी के अनुसार आज जिन 19 नगरीय निकायों के चुनाव नतीजे आए, उनमें से पिछली बार भाजपा के पास 12 थे और कांग्रेस के पास 7। यानी भाजपा को 3 स्थानों का नुकसान हुआ है और कांग्रेस को दो सीटों का फायदा।