पंचकूला। पुलिस जिस मोस्टवांटेड को पकड़ने के लिए यहां वहां भटक रही थी वह डेरा सच्चा सौदा में आराम से रहा रहा था। 25 अगस्त को पंचकूला में हुई आगजनी और हिंसा के मामले में आरोपी महेंद्र इंसा उर्फ डॉ. एमपी सिंह को सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा से गिरफ्तार किया गया है।
एसआइटी प्रमुख एसीपी मुकेश मल्हौत्रा ने बताया कि टीम ने सिरसा डेरे में सर्च अभियान चलाया, जहां महेंद्र इंसा पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि 25 अगस्त को साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत राम रहीम की सुनवाई के दौरान महेंद्र इंसा आगजनी के मुख्य अभियुक्त डॉ. आदित्य इंसा के साथ पंचकूला गया था।
पुलिस का कहना था कि महेंद्र इंसा समर्थकों को आगजनी एवं उपद्रव के लिए उकसाने वालों में शामिल था। सूत्रों के अनुसार, महेंद्र पिछले लगभग चार महीने से डेरे में ही छिपा हुआ था। एक डेरा समर्थक ने ही उसे अपने घर पर पनाह दे रखी थी और वह हुलिया बदलकर रह रहा था।
पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। पेशे से डॉक्टर एमपी सिंह पर सैंकड़ों समर्थकों को नपुसंक बनाने का भी आरोप है। वह राम रहीम के खास लोगों में से एक है और उसने राम रहीम के इशारे पर ही कई लोगों को नपुसंक बनाया था। पुलिस उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इनकी गिरफ्तारी है अभी बाकी
पुलिस ने इस मामले में दो लाख रुपये के इनामी डा. आदित्य को अभी गिरफ्तार करना है। इसके अलावा राजस्थान के सादुलशहर के नवीन उर्फ गोबीराम निवासी सादुलशहर जिला श्रीगंगानगर राजस्थान,पंजाब के जिला संगरुर के बंगा निवासी अमरीक सिंह, डेरा सच्चा सौदा के राकेश उर्फ गुरलीन और पंजाब के मलोट निवासी फूल सिंह भी फरार हैं। इन आरोपियों पर पुलिस ने 50-50 हजार रुपये का इनाम रखा है।