क्या दिल्ली का टॉप गैंगस्टर नीरज बवाना डी कंपनी के इशारे पर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को तिहाड़ जेल के अंदर मारने की प्लॉटिंग कर रहा था? तिहाड़ प्रशासन को दो सप्ताह पहले मिली खुफिया जानकारी इसी तरफ इशारा करती है। इसके बाद ही राजन की सुरक्षा की समीक्षा की गई है। मिली जानकारी मुताबिक, राजन को मारने की डी कंपनी की हालिया कोशिश उस वक्त नाकाम हो गई जब बवाना के सहयोगी ने शराब के नशे में यह बात अपने सहयोगी से कह दी। यह जानकारी एजेंसी तक पहुंची जो आगे राजन की सुरक्षा में लगे अधिकारियों तक पहुंचाई गई।
तिहाड़ के एक सूत्र ने बताया कि बवाना के एक सहयोगी के नवंबर मध्य में जेल से बाहर आने के बाद यह जनकारी सामने आई है। राजन की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता पर लिया गया है क्योंकि डी कंपनी दिल्ली-एनसीआर के स्थानीय अपराधियों के जरिए उसे मरवाने के फिराक में है। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘राजन पर किसी तरह का हमला डी कंपनी के लिए प्रतीकात्मक जीत की तरह होगा और भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान के लिए झटका। जब विजय माल्या जैसा भगोड़ा तिहाड़ और दूसरे जेलों की सुरक्षा पर सवाल उठा रहा है, हम राजन से जुड़ी किसी तरह की खुफिया जानकारी को हल्के में नहीं ले सकते।’
उल्लेखनीय है कि 1993 मुंबई ब्लास्ट के बाद कथित रूप से डी कंपनी को छोड़ देने के बाद से दाऊद राजन को मरवाने की कोशिश कर रहा है। पहली कोशिश बैंकॉक के एक अपार्टमेंट में हुई थी जहां चार लोग फ्लैट में घुस आए थे।