पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर पूरी दुनिया को गुमराह करने वाला पड़ोसी मुल्क एक बार फिर वही हरकत कर रहा है। सोमवार को जाधव की अपनी पत्नी और मां की उनसे होने वाली मुलाकात से ठीक पहले पाकिस्तान दावा कर रहा है कि जाधव को भारत की ओर से राजनयिक मदद पहुंचाने की इजाजत दे दी गई है। पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से सामने आए पाकिस्तान के इस दावे को भारत ने खारिज कर दिया है।
इसके पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने शनिवार को ट्वीट किया था, ‘भारत ने यह जानकारी दी है कि कमांडर जाधव की पत्नी और मां 25 दिसंबर को कमर्शल फ्लाइट से पाकिस्तान आएंगे और उसी दिन वापस भी चले जाएंगे। इस्लामाबाद में भारतीय उप-उच्चायुक्त उनके साथ राजदूत के तौर पर होंगे।’ फैजल ने मीडिया को यह भी बताया कि यह मीटिंग पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में होगी और इस मुलाकात की फोटो-विडियो भी जारी किए जाएंगे। पाकिस्तान ने 20 दिसंबर को जाधव की मां और पत्नी को वीजा दिया था।
47 वर्षीय कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने कथित जासूसी और आतंकवाद के आरोपों के तहत इसी साल अप्रैल में मौत की सजा सुनाई थी। इसके विरोध में भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायायलय का दरवाजा खटखटाया था, जहां जाधव की फांसी पर आखिरी फैसले तक रोक लगा दी गई थी। पाकिस्तान लगातार जाधव को राजनयिक मदद पहुंचाने की भारत की अर्जी को भी खारिज करता आया है।
पाकिस्तान का कहना है कि जाधव कोई साधारण आदमी नहीं है क्योंकि वह पाकिस्तान में जासूसी और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से घुसा था। पाकिस्तान दावा करता है कि उसने जाधव को बलूचिस्तान से बीते साल 3 मार्च को गिरफ्तार किया था। हालांकि, भारत का कहना है कि पाकिस्तान ने जाधव को ईरान से पकड़ा है।