सिर्फ स्मोकिंग, रेड मीट और एक्सर्साइज़ न करना ही हमारे दिल पर भार नहीं बढ़ाता। डेली लाइफ से जुड़ी और भी ऐसी कई बातें हैं जो हमारे दिल को हर दिन हल्का-हल्का दर्द दे रही हैं। ये अपने भयानक स्तर पर पहुंचे उससे पहले ही जरूरी है उन पर लगाम कसना। तो आइए जानें, किन आदतों में बदलाव दिल को सुकून देगा…
रिसर्चर्स के अनुसार, आराम के नाम पर घर में घंटों एक ही जगह बैठे रहकर टीवी देखना स्मोकिंग करने जैसा ही घातक है। एक्सपर्ट्स की मानें तो हर 30 मिनट बाद थोड़ी चहलकदमी होनी चाहिए। घंटों एक ही जगह बैठे रहना अपने दिल की सेहत बिगाड़कर जल्दी मौत को बुलावा देना है।
नमक शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ाता है। अधिक नमक खाने से खून में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे खून पतला होकर अधिक हो जाता है। इससे दिल पर दवाब बढ़ता है, जिससे हर्ट फेल होने का खतरा मंडराने लगता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, मुंह की पूरी और सही तरीके से सफाई न करना दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। डेंटिस्ट्स के मुताबिक, मुंह के बैक्टिरिया दिल की सेहत में बड़ा रोल प्ले करते हैं। ये बैक्टिरिया मुंह से गले तक आकर दिल को बीमार बनाते हैं।
स्लीप मेडिसिन कंसल्टेंट डॉक्टर एस. रामनाथन अय्यर के अनुसार, ‘नींद और दिल के बीच सीधा कनेक्शन होता है।’ शांत चित्त होकर पूरी नींद न लेनेवाले लोगों में ही हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत देखी जाती है। साथ ही न सोने की आदत इंसान को लगातार तनाव की अवस्था में पहुंचा सकती है।
सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियॉलजिस्ट डॉक्टर नीलेश गौतम का कहना है कि ‘अपने तनाव पर लगाम लगाएं। लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने से हर्ट रेड और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे आर्टरी (रक्त धमनी) वॉल्स को डैमेज होती हैं। दवाब कम करने के लिए गहरी सांस लें और दिन में कुछ वक्त अनपे पसंदीदा काम करने के लिए जरूर निकालें।’
लगातार खर्राटे लेना भी अच्छी नींद में खलल की वजह होती है। गले की मसल्स श्वासनली में गतिरोध पैदा करती हैं और इस कारण उसके गले की नसें ब्लॉक हो जाती हैं और बॉडी में जरूरी मात्रा में ऑक्सिजन नहीं पहुंचपाती। लंबे समय तक अगर ऐसी ही स्थिति बनी रहती है तो हाई बीपी, हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या हो सकती है।
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