तोतले पर और हकलाहट की समस्या छोटे बच्चों में अधिक होती है लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज नही किया जाये तो उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह समस्या भी बढ़ने लगती है। इस समस्या के लिए अभी डॉक्टरों के पास भी कारगर दवाई नही है इसलिए इस समस्या का उपचार आयुर्वेदि तरीके से किया जा सकता है।
अगर कोई बच्चा बोलते वक्त हकलाता या तुतलाता है, तो उसके लिए आंवला बहुत ही कारगर हो सकता है। तो इस तरह से अगर आपका बच्चा हकला रहा है तो आप उसे कुछ दिनों तक रोज़ सुबह शाम आंवला चबाने के लिए दें।
ऐसा करने से बच्चे का जबान पतला होगा जिससे उसे इस तकलीफ से आराम मिलेगा। वहीं आंवला का जूस पिने से पाचन दुरुस्त रहता है। आंवला का जूस पिने से असमय बालो का सफ़ेद होना रुक जाता है। जूस को शहद में मिलाकर पिने से खून साफ़ हो जाता है साथ ही त्वचा में चमक और स्किन रोग दूर हो जाते हैं।