काफी दिनों से सुर्खियों से दूर रहे पूर्व पास नेता निखिल मवानी ने बीजेपी पर उन्हें धमकाने का आरोप लगाया. मवानी ने कहा कि बीजेपी का करीबी एक बिल्डर उन्हें पार्टी में शामिल न होने की सूरत में जान से मारने की धमकी दे रहा है. यही नहीं मवानी ने ये भी आरोप लगाया कि उन्हें बदनाम करने के लिए हार्दिक की तरह ही उनकी भी सीडी बनवाई गई है.
निखिल ने कहा कि ‘पास’ छोड़ बीजेपी में शामिल हुए दो युवा नेता वरुण और रेशमा पटेल भी सीडी के डर से ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. हालांकि, निखिल ने आरोपों को खारिज करते हुए इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया और कहा कि जो कारगुजारी उन्होंने की है उसका पता तो उन्हें ही होगा.
निखिल सवानी ने कहा, बीजेपी पैसे के दम पर सभी को खरीदना चाहती है. इसीलिए इस्तीफा दिया. ये पार्टी गुंडागर्दी पर उतर गई है. मुझे धमकी मिली और फोन किया कि तेरी हार्दिक जैसी सीडी बनाई है और उसे जारी कर देंगे, नहीं तो बीजेपी ज्वॉइन कर लो.
उन्होंने कहा, सूरत के बिल्डर मुकेश पटेल ने जान से मारने की धमकी दी. अगर मेरे साथ कुछ अनहोनी हो तो मुकेश पटेल और सरकार ज़िम्मेदार होंगे. हमारी और हमारे परिवार की जान खतरे में है. उन्होंने आगे कहा, बीजेपी ने पाटीदारों पर लाठी चलाई इसलिए बीजेपी को हराना है. जहां समाजहित की बात होगी वहां हम रहेंगे. कांग्रेस के फार्मूले से आरक्षण मिलेगा इसलिए हम हार्दिक के साथ रहेंगे.
निखिल ने कहा, मैं पुलिस में धमकी का मामला दर्ज कराउंगा. हार्दिक की सीडी बन सकती है तो मेरी क्यों नही बन सकती? ये काम बीजेपी करवा सकती है क्योंकि हम बीजेपी के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा, 8 से 10 दिन पहले पता चला कि मेरी सीडी बनाई गई है. उन्होंने कहा कि रेशमा और वरुण को भी सीडी के जरिए धमकाया गया होगा.
वरुण ने ये कहा
वरुण पटेल ने कहा, पहले तो मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया कि मेरी कोई आपत्तिजनक सीडी बने. सस्ती पब्लिसिटी बटोरने के लिए मेरे नाम का दुरुपयोग हो रहा. मेहरबानी करें और ऐसा न करें. उन्होंने कहा, इनको बुखार भी हो जाए तो बीजेपी पर आरोप लगाते हैं. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है और उनके साथ भी कोई नहीं है. कृपया इनको ज्यादा तवज्जो न दें. ये आपके चैनल का भी सनसनी फैलाने में दुरुपयोग कर रहे हैं.
रेशमा ने ये कहा
रेशमा पटेल ने कहा, निखिल कैसे आरोप लगाते हैं? क्या सोचकर आरोप लगाते हैं? क्या हार्दिक से पूछकर वो बोल रहा हैं? हम बीजेपी की विचारधारा से प्रभावित होकर बीजेपी में आए. उन्होंने एक कंट्रोवर्सी फैला कर मीडिया अटेंशन पाने के लिए ये बयान दिया है. उन लोगो ने काम ही ऐसा किया है कि उनको पता है कि सबूत मौजूद है. ‘पास’ में फूट पड़ गई है. अपनी बुराई छुपाने के लिए हमारे नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं.