चिंटू की लंबाई नहीं बढ़ रही। डूडू छह फुट का हो गया। चिंकी तो बढ़ती ही नहीं। लंबाई न बढ़ने की इस ‘चिंताशास्त्र’ के पीछे एक ‘अर्थशास्त्र’ भी है। शरीर शास्त्र की भी एक दुनिया है। लेकिन लंबाई को लेकर हम इतने चिंतित क्यों हैं?

खुशनसीब हैं वे, जिनकी लंबाई अच्छी होती है मगर जिनकी लंबाई कम होती है, वे इस जुगत में लगे रहते हैं कि कैसे उनकी लंबाई बढ़े? कैसे वे ज्यादा लंबे दिखे? कभी नीम-हकीम की सलाह, तो कभी दवा पर भरोसा। रस्सी कूदते हैं, एक्सरसाइज करते हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी अगर उनकी लंबाई नहीं बढ़ती, तो वे चिंतित हो जाते हैं। दरअसल, किसी भी व्यक्ति की लंबाई बढ़ाने के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं। इनमें अनुवांशिक कारकों की भूमिका 60 से 80 प्रतिशत तक होती है।
अनुवांशिकता का अर्थ यहां बच्चे के माता-पिता की लंबाई से है। यानी अगर आपके परिवार में सब लंबे हैं तो आप भी लंबे होंगे और अगर आपके परिवार में सब छोटे कद के हैं, तो संभवतः आपकी लंबाई भी कम ही होगी। इसके अलावा संतुलित और पोषक तत्वों की कमी, नियमित व्यायाम, जलवायु, हार्मोंस जैसे अन्य कारक भी लंबाई को प्रभावित करते हैं।
विशेषज्ञों की मानें, तो एक वर्ष की उम्र से लेकर किशोरावस्था तक व्यक्ति की लंबाई प्रति वर्ष दो इंच बढ़ती है। मगर युवावस्था में एक निश्चित समय तक लंबाई बढ़ने की गति चार इंच प्रति वर्ष हो जाती है। हालांकि सभी व्यक्तियों में यह क्रम समान नहीं होता। आमतौर पर लड़कियों की लंबाई उनकी किशोरावस्था या पीरियड आने तक बढ़ती है, वहीं लड़कों की लंबाई उनके किशोरावस्था से गुजरने के बाद भी यानी युवावस्था में प्रवेश करने तक भी बढ़ती है। कुछ शोध की मानें, तो आमतौर पर कद 18 साल तक ही बढ़ता है, लेकिन कई बार 20-22 की उम्र तक भी कद बढ़ता देखा गया है।
अपोलो अस्पताल के मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. अभिषेक कुमार शुक्ला कहते हैं, ‘ज्यादातर लोगों के मन में यही सवाल रहता है कि किस उम्र तक लंबाई बढ़ सकती है। आमतौर पर कद 18 साल तक ही बढ़ता है, लेकिन कुछ खास टिप्स को आजमाकर 20 की उम्र तक कद बढ़ा सकते हैं। लेकिन इस उम्र के बाद कद बढ़ाने का दावा करने वाली दवाइयों में कोई सच्चाई नहीं है। बीस की उम्र के बाद इलीजारोव तकनीक के जरिये कद 2-3 इंच बढ़ सकता है, पर यह काफी दर्दनाक ऑपरेशन होता है।’
Loading...