संसद के बजट सत्र का दूसरा भाग आज से शुरू होगा. इस सत्र में विपक्ष के जबरदस्त हंगामे के आसार हैं, विपक्ष कई मुद्दों पर मोदी सरकार को निशाना बना सकता है. कांग्रेस पार्टी ने बैंक घोटाले के मामले पर दोनों सदनों में काम रोको प्रस्ताव दिया है. वहीं सरकार का लक्ष्य कुछ महत्वपूर्ण बिलों को पास करवाना होगा.
कांग्रेस के निशाने पर नीरव मोदी बैंक घोटाला, मेघालय में बीजेपी की सरकार बनना, कार्ति चिदंबरम पर सीबीआई का शिकंजा, राफेल, जज लोया और अमित शाह के बेटे जय शाह का मुद्दा रहेगा.
संसद में ‘छोटा मोदी-छोटा चिदंबरम’
कांग्रेस लगातार नीरव मोदी मामले को उठाती रही है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी बीजेपी पर हमलावर रही है. कांग्रेस ने नीरव मोदी को ‘छोटा मोदी’ कहा था और सीधे प्रधानमंत्री को इस घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराया था. वहीं बीजेपी भी पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधेगी. हालांकि, कांग्रेस ने कार्ति के खिलाफ हो रही कार्रवाई को बदले की कार्रवाई बताया है, कांग्रेस भी इस मुद्दे को सदन में उछाल सकती है.
बता दें कि बजट सत्र का पहला भाग 1 फरवरी से 9 फरवरी तक चला था. 1 फरवरी को बजट पेश किया गया था, जिसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस हुई थी. बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से लेकर छह अप्रैल तक चलेगा.
गौरतलब है कि बजट सत्र से पहले ही लोकपाल की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस आमने-सामने थे. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार के उस निमंत्रण को ठुकरा दिया था, जिसमें उन्हें लोकपाल नियुक्ति को लेकर होने वाली बैठक में बुलाया गया था.
दरअसल कांग्रेस की आपत्ति इस बात को लेकर थी कि लोकपाल के चयन को लेकर जो बैठक बुलाई गई है उसमें खड़गे को नेता प्रतिपक्ष की जगह स्पेशल आमंत्रित सदस्य के तौर पर बुलाया गया था.