राजधानी दिल्ली में एक बार फिर अधिकारी बनाम सरकार की जंग सामने आई है. दिल्ली मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आम आदमी पार्टी विधायकों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है. उनका आरोप है जिस दौरान ये बदसलूकी हुई उस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी वहां मौजूद थे. इस मुद्दे को लेकर अंशु प्रकाश उपराज्यपाल के पास शिकायत करने पहुंचे. इससे पहले भी अधिकारियों के साथ दिल्ली सरकार की बहस सामने आ चुकी है. पढ़ें ऐसे ही कुछ मामले…
1. दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार के गठन की शुरुआत में ही दिल्ली के कार्यकारी मुख्य सचिव पद पर शकुंतला गैमलिन की नियुक्ति को लेकर बवाल बढ़ा था. उस दौरान केजरीवाल सरकार ने इस नियुक्ति का विरोध किया था. वहीं प्रधान सचिव अनिंदो मजूमदार के कमरे पर ताला भी जड़ गया था. मुख्यमंत्री और तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग की बातचीत में भी काफी तल्खी आई थी.
2. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व सचिव राजेंद्र कुमार पर भी भ्रष्टाचार के मामले में काफी बवाल मचा था. दिसंबर 2015 में सीबीआई ने उनके खिलाफ कथित भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था.
3. आम आदमी पार्टी के दफ्तर को खाली करने का नोटिस और अन्य मामलों में कार्रवाई करने वाले IAS अधिकारी अश्वनी कुमार ने विवाद के चलते तबादला ले लिया था.
4. हाल में ही आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के मामले में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति पर काफी आरोप लगाए थे. AAP का कहना था कि चुनाव आयुक्त केंद्र सरकार के कहने पर कर रहे हैं. इसके अलावा ईवीएम के मुद्दे पर भी दोनों के बीच काफी विवाद हुआ था.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने खारिज किए आरोप
मामले के बाद दिल्ली मुख्यमंत्री ऑफिस से भी सफाई आई है. दिल्ली सीएम की तरफ से इन सभी आरोपों को झूठा बताया गया है. हालांकि, ये कहा गया है कि अधिकारियों और विधायकों के बीच तीखी बहस हुई थी. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है, चीफ सेकेट्ररी ने आप विधायक प्रकाश जरवाल और अजय दत्त के साथ बदसलूकी की. लेकिन विधायकों की तरफ से कोई बदसलूकी नहीं की गई थी. आप विधायकों ने भी इस मुद्दे को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज की है.