जम्मू-कश्मीर में सुंजवां आर्मी कैंप में हुए आतंकी हमलों को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार शाम आर्मी कैंप पहुंचीं. यहां से वो आर्मी हॉस्पिटल भी गईं, जहां वो इस हमले में घायल हुए सैनिकों से मिलीं. इसके बाद उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया.अस्पताल में वो सुंजवां आर्मी कैंप में हुए आतंकी हमले में घायल प्रेग्नेंट महिला से भी मिलीं. उन्होंने साजदा को गले भी लगाया.
साजदा ने आर्मी हॉस्पिटल में एक बेबी गर्ल को जन्म दिया. बता दें कि सुंजवां हमले में साजदा की पीठ पर गोली लग गई थी. साजदा को घायल होने के बाद सतवारी के मिलिट्री अस्पताल में एडमिट कराया गया था.रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी मुलाकात की. दोनों ने राज्य के हालात और सुरक्षा पर चर्चा की.मीडिया को भी संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि सुंजवां में सैन्य अभियान सोमवार सुबह साढ़े दस बजे ही पूरा हो चुका था, जांच अभियान अब भी जारी है. उन्होंने कहा कि यह हमला जैश-ए-मोहम्मद ने किया था.
इस हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर था, जो पाकिस्तान में है. आर्मी कैंप में क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात किया गया है.रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी.उन्होंने हमले के बारे में बताया कि आतंकी सेना की वर्दी में आए थे. आतंकियों ने सेना के परिवार के ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी.
रक्षा मंत्री ने कहा कि तीन हमलावर मारे गए हैं और कहा जा रहा है कि हमलावर चार थे. कैंप की सभी 36 बैरकों में जांच अभियान चलाया जा रहा है.रक्षा मंत्री ने कहा कि इस हमले के बारे में सेना ने कुछ सबूत जमा किए हैं और ये सबूत पाकिस्तान को दिए जाएंगे. इस हमले में हाथ लगे सबूतों की एनआईए जांच कर रही है.उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पीर-पंजाल की पहाड़ियों तक आतंकी गतिविधियों को फैला रहा है. वह घुसपैठ में आतंकियों की मदद करने के लिए सीजफायर का उल्लंघन भी कर रहा है.
रक्षा मंत्री ने सेना के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की. उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस और सेना मिलकर काम कर रहे हैं.