नॉर्थ कोरिया परमाणु और हाइड्रोजन बम बनाने में कामयाब हो चुका है. यही वजह है कि आज वह अमेरिका को बर्बाद करने की धमकी दे रहा है और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को भी खारिज कर दे रहा है. आखिर नॉर्थ कोरिया ने परमाणु तकनीक हासिल कैसे की? इसको लेकर कई दावे किए जाते रहे हैं. ताजा रिपोर्ट में सामने आया है कि नॉर्थ कोरिया बर्लिन में मौजूद अपने दूतावास के सहयोग से परमामु बम की तकनीक और उपकरण हासिल करता था. जानते हैं पूरा मामला.
जर्मनी की खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया बर्लिन दूतावास से उपकरणों की खरीद का काम करता था. हंस जॉर्ज मैसेन ने कहा कि उपकरणों को खरीदने की कई एक्टिविटी दूतावास में दर्ज की गई.
मैसेन ने एक इंटरव्यू में कहा है कि इन उपकरणों का इस्तेमाल न्यूक्यिलर प्रोग्राम में किया गया. हालांकि, उन्होंने उस टेक्नोलॉजी के बारे में साफ-साफ नहीं बताया
खुफिया एजेंसी प्रमुख ने कहा कि जब वे ऐसी चीजों को नोटिस करते हैं, उसे ब्लॉक करते हैं. लेकिन वे हर प्रयास को विफल कर देंगे, ऐसा दावा नहीं कर सकते.
रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया ने 2016-17 के बीच परमाणु बम के लिए जर्मन टेक्नोलॉजी को हथियाने की कोशिश की. इससे पहले यूनाइटेड नेशन ने कहा था कि प्रतिबंध के बाद भी नॉर्थ कोरिया कोयला, लोहा और स्टील का निर्यात लगातार कर रहा है. इससे होने वाली कमाई नॉर्थ कोरिया परमाणु प्रोग्राम पर खर्च करता है.