जबलपुर: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे, लेकिन पार्टी चाहे तो उन्हें निकाल सकती है. पार्टी के विरोध में लगातार बयानबाजी करने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया, ‘मेरा आंदोलन किसी व्यक्ति और पार्टी के खिलाफ नहीं है. मेरा विरोध नीतियों के खिलाफ है. मैं पार्टी का सदस्य हूं. मैं पार्टी नहीं छोडूंगा. पार्टी चाहे तो मुझे हटा सकती है.’
अपने द्वारा बनाए गए राष्ट्रीय मंच के संबंध में उन्होंने बताया कि यह एक गैर-राजनीतिक संगठन है. इसमें विभिन्न पार्टी के सदस्य सहित पूर्व मंत्री और सांसद शामिल हैं. सिन्हा ने कहा, ‘यह एक आंदोलन है, जो देश के किसानों एवं बेरोजगारों के साथ है.’ भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं के राष्ट्रीय मंच में शामिल होने के विषय में उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है, जिसका वह समय आने पर खुलासा करेंगे. सिन्हा ने अपनी ही पार्टी की केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह देश की जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है, जिससे देश में भय का माहौल बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में एनटीपीसी के पावर प्लांट के खिलाफ धरना दे रहे किसानों के साथ प्रशासन ने अमानवीय व्यवहार किया है. प्रशासन की कार्रवाई का जवाब हम देंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार भी दोषी है.